तुलसी माता की कथा।
कार्तिक महीने में एक बुढ़िया माई तुलसी जी को सींचती और कहती, ” हे तुलसी माता ! सत की दाता, मै तेरी बिड़ला सींचती हूँ, मुझे बहू दे, पीताम्बर की धोती दे,
कार्तिक महीने में एक बुढ़िया माई तुलसी जी को सींचती और कहती, ” हे तुलसी माता ! सत की दाता, मै तेरी बिड़ला सींचती हूँ, मुझे बहू दे, पीताम्बर की धोती दे,
देने वाले ने दिया वह भी दिया किस शान से।
मेरा है यह लेने वाला कह उठा अभिमान से।।