बुद्धिमान लालची मंत्री की कहानी।
एक राजा अपने लिए समझदार और ईमानदार मंत्री की तलाश कर रहे थे। राजा ने कई लोगों का साक्षात्कार लिया लेकिन कोई भी व्यक्ति उन्हें मंत्री बनने के लायक नहीं लगा।
एक राजा अपने लिए समझदार और ईमानदार मंत्री की तलाश कर रहे थे। राजा ने कई लोगों का साक्षात्कार लिया लेकिन कोई भी व्यक्ति उन्हें मंत्री बनने के लायक नहीं लगा।
एक बार कुछ वैज्ञानिकों ने एक एक्सपेरिमेंट किया एक इंसान को कुर्सी पे बैठा दिया और उसके सामने एक सांप रख दिया, सांप भयंकर काले रंग का कोबरा था, जो की फुंकार रहा था। अब इस इंसान
हर व्यक्ति चाहता है की वह सबके सामने बढ़िया बोल सके। परन्तु ज्यादातर लोगो की यह चाहत पूरी नहीं हो पाती। ज्यादातर लोग घटिया वक्ता होते है।
क्यों ?..
एक बार संत नामदेव अपने शिष्यों को ज्ञान और भक्ति का उपदेश दे रहे थे। तभी सुनाने वालों में बैठें किसी शिष्य ने प्रश्न किया। गुरुवर हमें बताया जाता हैं कि
आज मैंआप लोगों को एक वफादार मंत्री की कहानी बताने जा रहा हूँ। जो एक राजा और मंत्री की है। राजा अपने मंत्री पर आंख बंद करके विश्वास करता था। please click here to open the post.
क्या कर्मो का फल सभी को मिलता है? क्या जो जैसा करता है, उसको वैसा भरना पड़ता है? यदि आपके मन में ऐसा विचार चलता है, तो यह कहानी आपके लिए ही है।
एक बार एक मूर्तिकार एक पत्थर को छेनी और हथौड़ी से काट कर मूर्ति का रूप दे रहा था। जब पत्थर काटा जा रहा था, तो उसको बहुत दर्द हो रहा था।
और वो पत्थर मूर्तिकार के सामने रोने लगा….
सुकरात यूनान ( एथेन्स) के एक बहुत ही महान दार्शनिक थे, एक दिन एक व्यक्ति उनके पास आया और बोला।….
एक बार की बात है प्राचीन समय में चीन में तीन भिच्छु रहते थे। आज उनका …….
दोस्तों, आचार्य चाणक्य के बारे में कौंन नहीं जनता। आचार्य चाणक्य एक बहुत बड़े अर्थशास्त्री, नीतिशास्त्री विद्वान थे, उन्होंने ही चन्द्रगुप्त को एक चक्रवर्ती सम्राट बनाया।
रेलगाड़ी के रवाना होते ही मै वापस घर लौट रहा था। इस बीच, मैंने देखा कि सड़क के किनारे कुछ लोगों की भीड़ इकट्ठा हुई थी, और वे जादू देख रहे थे। इसलिए मैं कुछ पल के लिए वहीं रुक गया। उनमे एक बूढ़ा जादूगर था जो सूखी लकड़ी से सांप बनाने जा रहा था।
महराजा दक्ष प्रजापति ने यहां पर एक बार बहुत ही बड़ा यज्ञ का अनुष्ठान किया और सभी देवी देवताओं को आमंत्रित किया परन्तु भगवान भोले नाथ को आमंत्रित नहीं किया। और यह बात माता पारवती जी को पता चली…
एक बहुत अरबपति महिला ने एक गरीब चित्रकार से अपना चित्र बनवाया, पोट्रट बनवाया। चित्र बन गया, तो वह अमीर महिला अपना चित्र लेने आयी। वह बहुत खुश थी। चित्रकार से उसने कहा……
किसी राजा के पास एक सैनिक रहता था। वह बहुत ही दयालु और धर्मात्मा प्रवित्ति का था। कहानी को पूरा पढ़ने के लिए हमारे वेब् साइट पे जाएँ।
एक बार एक गांव में एक किसान अपने दुखों से बहुत दुखी था। किसी ने उसको बताया कि तुम अपने दुखों के समाधान के लिए गौतम बुद्ध की शरण में जाओ, वह तुम्हारे सभी …